‘‘आज के बाल साहित्यकार से जो अपेक्षाएं हैं वे भविष्य की वे चुनौतियां हैं जिनका सामना बच्चे करेंगे और हमे उनके उत्तर प्रस्तुत कर, बच्चों को सक्षम और समर्थ बनाना है। यह काम बाल लेखकों के साथ-साथ उन लोगों का भी है जो बच्चों के सरोकारों से जुड़े हैं।‘‘ डाॅ हरिकृष्ण देवसरे
भारत में बालसाहित्य को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के लिए एक क्रांतिकारी पहल। डाॅ हरिकृष्ण देवसरे की पुण्य स्मृति को सादर समर्पित।
प्रसिद्ध लेखक शरद जोशी की डाॅ हरिकृष्ण देवसरे के कृतित्व पर टिप्पणी।